
सरसींवा (सारंगढ़-बिलाईगढ़):- ग्राम पंचायत गगोरी, तहसील सरसींवा (जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़) में शासन और आम जनता की ज़मीनों पर खुलेआम अवैध कब्जे का गंभीर मामला सामने आया है। गाँव के निवासी छात्रपल पटेल पर आरोप है कि वह वर्षों से शासकीय और निजी भूमि को बलपूर्वक हथिया रहा है, और जब कोई इसका विरोध करता है, तो उन्हें धमकियां देता है, गाली-गलौज करता है और कहता है – “मुझे कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, जरूरत पड़ी तो पैसे फेंक दूंगा।”
गांववालों के अनुसार, छात्रपल पटेल ने नाला के पास or नाला को ही लगभग 30-50 डिसमिल, मरघट के पास 70-80 डिसमिल,आने जाने वाले रास्ते और पंचायत की अलग-अलग 5 से अधिक जगहों की लगभग 2-3 एकड़ शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया है। हाल ही में उसने एक ग्रामीण की ज़मीन पर भी जबरन कब्जा कर लिया और उनके घर जाकर परिवार को धमकाया। आश्चर्य की बात यह है कि छात्रपल को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत एक घर स्वीकृत हुआ था, लेकिन उसने वह घर शासकीय भूमि पर बनवाया और उसके चारों ओर के हरे-भरे 3-4 बम्बरी और नीम पेड़ भी काट दिए। यह न सिर्फ अतिक्रमण है, बल्कि पर्यावरण और सरकारी नीति का भी खुला उल्लंघन है। इन सभी घटनाओं से त्रस्त होकर, वर्तमान सरपंच गजपति जांगड़े के नेतृत्व में ग्रामीणों ने SDM बिलाईगढ़ को लिखित शिकायत सौंपी, जिसमें पटवारी और कोटवार की उपस्थिति में नापजोख की गई। नाप में कब्जा की पुष्टि भी हुई, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
गांव के लोगों में भय और आक्रोश दोनों है। वे सवाल कर रहे हैं – क्या अब शासन की ज़मीन पर कब्जा करना और विरोध करने वालों को धमकाना सामान्य हो गया है? क्या प्रशासन दबंगों के सामने लाचार हो चुका है?
ग्रामीणों की एकजुट मांग है कि – छात्रपल पटेल पर तत्काल आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए, सभी अवैध कब्जे हटाए जाएं और पीड़ित परिवारों को सुरक्षा प्रदान की जाए।


गोपी अजय mtvindiavoice