
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में 15 से 30 जून तक चलेंगे विशेष शिविर, 25 योजनाओं का मिलेगा सीधा लाभ
सारंगढ़-बिलाईगढ़ mtvindiavoice :-
जनजातीय समुदाय के समग्र विकास और उन्हें शासन की योजनाओं से सीधे जोड़ने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ की शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के 17 आदिवासी बहुल ग्रामों में 15 जून से 30 जून तक विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
इन शिविरों के माध्यम से केंद्र और राज्य शासन की 25 जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ एक ही स्थान पर उपलब्ध कराया जाएगा। जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि कोई भी पात्र व्यक्ति इन योजनाओं से वंचित न रहे।
📍 17 गांवों में होगा आयोजन
कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने बताया कि यह अभियान जिले के तीन विकासखंडों में संचालित होगा। इनमें बिलाईगढ़ के 10, सारंगढ़ के 4 और बरमकेला के 3 ग्राम शामिल हैं। शिविरों के दौरान संबंधित विभागों के अधिकारी मौके पर मौजूद रहेंगे और पात्र हितग्राहियों को तत्काल लाभ प्रदान करेंगे।
🛠️ इन योजनाओं का मिलेगा लाभ
शिविरों में जिन योजनाओं का लाभ मिलेगा, उनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं —
1. आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड
2. किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम किसान सम्मान निधि
3. जाति, निवास एवं आय प्रमाण पत्र
4. वन अधिकार पत्र, श्रम पंजीयन कार्ड
5. अटल पेंशन योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना
6. पीएम विश्वकर्मा योजना, सुकन्या समृद्धि योजना
7. सिकलसेल जांच सहित कुल 25 योजनाएं
🔍 सर्वे के आधार पर तय होंगे लाभार्थी:-
शिविरों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सभी 17 ग्रामों में बेसलाइन सर्वे का कार्य जारी है, जिसे 10 जून तक पूरा किया जाएगा। इस सर्वे के जरिए छूटे हुए पात्र परिवारों को चिन्हित कर योजनाओं से जोड़ा जाएगा।
📣 व्यापक प्रचार-प्रसार और प्रशासनिक जिम्मेदारी तय:-
कलेक्टर ने आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त को शिविरों का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सभी विभागीय अधिकारियों को शिविरों में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहकर योजनाओं का लाभ दिलाने की जिम्मेदारी दी गई है।
✨ विकास की ओर एक मजबूत कदम:-
‘धरती आबा अभियान’ जनजातीय क्षेत्रों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे न सिर्फ शासन की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन होगा, बल्कि ग्राम स्तर पर बुनियादी सुविधाओं की पहुंच भी सुलभ होगी। यह अभियान आदिवासी समाज को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक सशक्त और सुनियोजित प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
गोपी अजय mtvindiavoice